बुजुर्ग महिला के साथ दुर्घटना क्लेम में धोखाधड़ी, अधिवक्ता पर लगे रुपये हड़पने के आरोप, एसपी तक पहुँची शिकायत, न्याय की मांग कर रुपये दिलाने की मांग, अधिवक्ता का पक्ष आया सामने

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नीमच। जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र के ग्राम थड़ोद निवासी असहाय वृद्ध महिला ने नीमच के अधिवक्ता पर गम्भीर आरोप लगाते हुए पति के दुर्घटना में हुई मौत के बाद क्लेम की राशि हड़प कर धोखाधड़ी करने व धमकाने को लेकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मंगलवार को पीड़ित महिला घीसीबाई पति स्व.देवीलाल धाकड़ उम्र करीब 60 वर्ष निवासी थड़ोद ने अपनी पुत्री के साथ पहुँचकर एसपी अंकित जायसवाल के नाम एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया हैं। जिसमें बताया कि पीड़ित व उसके पति की 8 मई 2019 को सड़क दुर्घटना हो गई थी। जिसमें गम्भीर चोट आने से पति की मृत्यु हो गई। वही पीड़िता के हाथ व पैर फैक्चर हो गए, जिससे वह चलने फिरने में असहाय हैं। बुजुर्ग महिला के आरोप हैं कि नीमच के अधिवक्ता मनीष श्रीवास्तव, एवं राजेन्द्र श्रीवास्तव ने पीड़िता के पति की मौत के बाद दुर्घटना क्लेम के लिए महिला को लुभावने वादे कर बार बार घर आकर उक्त प्रकरण प्रस्तुत करने को तैयार किया। उक्त दुर्घटना से सबंधित महिला की ओर से मनीष श्रीवास्तव अधिवका ने न्यायालय श्रीमान अतिरिक्त सदस्य मोटर दुदावा अधिनियम नीमच में क्षतिपूर्ति आवेदन प्रस्तुत किया। जिसमे अधिकरण नीमच के द्वारा सयुक्त रूप से दिनांक 31.07.2023 को अवार्ड पारित किया गया, जिसमे महिला के पति की मृत्यु के दावा में 6 लाख 79 हजार 876 रूपये का अवार्ड पारित किया गया, पीड़िता ने स्वंय की क्षतिपूर्ति के लिये 1 लाख 46 हजार 189 रूपये का अवार्ड पारित किया गया था। उक्त दुर्घटना क्लेम के बाद बुजुर्ग महिला ने अधिवक्ता मनीष श्रीवास्तव से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा कहा कि कुछ दिन में राशि बैंक में जमा हो जायेगा तो तुमको पैसा दिला देगें, उसके बाद पीड़िता व उसकी पुत्री कांताबाई धाकड़ ने कई बार मनीष श्रीवास्तव से उनके कार्यालय व न्यायालय परिसर में आकर क्लेम की राशि विड्रा करवाने की कहा तो उनके द्वारा टालमटोल की जाती रही। जिसके बाद अधिवक्ता व उनके पिता व भाई ने मिलकर कूटरचित आधार पर बुजुर्ग की जानकारी के बगैर अंगूठा लगवाकर क्लेम की पूर्ण राशि निकाल ली गई। महिला के आरोप हैं कि दुर्घटना क्लेम की राशि पीड़िता तक नही पहुँची। जिसको लेकर पीड़िता व उसकी पुत्री ने अधिवक्ता मनीष श्रीवास्तव से रुपयों की बोला तो उनके द्वारा डराया धमकाया जा रहा हैं। और कहा जा रहा हैं कि उक्त रुपये हम खा गए। तुम्हे जो करना हो कर लो। दिए गए आवेदन में बुजुर्ग पीड़िता महिला ने न्याय की गुहार लगाते हुए दुर्घटना क्लेम दिलवाने व विपक्षी पर कार्यवाही करने की मांग की हैं।

इस मामले में जब अधिवक्ता मनीष श्रीवास्तव से फोन पर चर्चा की गई तो उनका कहना हैं कि 20 माह पूर्व ही घिसी बाई का लड़का शोभाराम ने क्लेम का रुपया प्राप्त कर लिया है, राशि देने के संपूर्ण दस्तावेज न्यायालय में जमा है। इनके द्वारा झूठे आरोप लगाते हुए आवेदन दिए जा रहे हैं। जबकि दुर्घटना क्लेम इन्हें चेक के माध्यम से मिल गया था। जिसमें से 80 प्रतिशत अभी भी बैंक में जमा है। इनके आपस मे ही जमीन का विवाद चल रहा हैं जिसको लेकर यह झूठे आवेदन दे रहे हैं

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